नयी दिल्ली 18 अक्टूबर (वार्ता) केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह पुलिस स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को यहां राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में 21 अक्तूबर, 1959 को सशस्त्र चीनी टुकड़ी द्वारा घात लगाकर किए हमले में पुलिस के 10 वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। इन शहीदों एवं ड्यूटी के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले अन्य सभी पुलिसकर्मियों की स्मृति में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुलिसकर्मियों द्वारा दिए गए बलिदान तथा राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता बनाए रखने में पुलिस की उत्कृष्ट भूमिका का सम्मान करते हुए पुलिस स्मृति दिवस, 2018 के अवसर पर चाणक्यपुरी में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक देश को समर्पित किया।
यह स्मारक पुलिस बलों में राष्ट्रीय पहचान, गर्व, उद्देश्यों में एकरूपता, एक समान इतिहास और भविष्य की भावना भरने के साथ-साथ उनकी इस प्रतिबद्धता को भी और मजबूत करता है कि उन्हें अपने प्राणों की कीमत पर भी देश की रक्षा करनी है। पुलिस स्मारक में एक केंद्रीय शिल्पकृति के अलावा ‘शौर्य की दीवार’ तथा एक संग्रहालय भी है। केंद्रीय शिल्पकृति के रूप में मौजूद एक 30 फुट ऊँचा ग्रेनाइट का एकल पाषाण खंड पुलिस कर्मियों की शक्ति, विनम्रता और नि:स्वार्थ सेवा का प्रतीक है। इसी प्रकार ‘शौर्य दीवार’ जिस पर शहीदों के नाम उत्कीर्ण हैं, कर्तव्य के पथ पर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले पुलिस कर्मियों की बहादुरी और बलिदान के अचल प्रतीक के रूप में उपस्थित है। यहॉं मौजूद संग्रहालय की संकल्पना में भारतीय पुलिस व्यवस्था के इतिहास और विकास यात्रा के दर्शन होते है। यह स्थान पुलिस बल और आम नागरिकों, दोनों के मन में एक तीर्थस्थल जैसा आदर रखता है। यह स्मारक आम जनता के लिए सोमवार के अलावा अन्य सभी दिन खुला रहता है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा प्रत्येक शनिवार और रविवार को सूर्यास्त से एक घंटा पूर्व यहॉं बैंड, परेड और रिट्रीट समारोह का आयोजन भी किया जाता है।