जनता चाहती है प्रशासन सख्त कदम उठाए
इंदौर:देश में युवतियों द्वारा धु्रमपान के मामले पिछले कई वर्षो में बढ़े हैं. जिस पर राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक होश नहीं खुल रहा है. जिसके चलते भविष्य में महिलओं में घातक बीमारियों का बड़े प्रकोप देखा जा सकता है.शहर में धुम्रपान का चलन बढ़ चुका है, जहां तक बात करे युवाओं की तो एक सर्वे के अनुसार सत्तर प्रतिशत बढ़ चुकी है. यह गंभीर बात है. इसमें भी ज़्यादा चिंता की ख़बर यह है कि धु्रमपान का सेवन करने का चलन अब युवतियों में भी बढ़ रहा है.
शहर के विजय नगर, एमआएजी चौराहा, भंवर कुआं, पलासिया, देवास नाका क्षेत्र, नवलखा, कालानी नगर, गीता भवन, आईटी हब जैसे क्षेत्रों में युवतियों को धु्रमपान का सेवन करते हुए आसानी से देखने को मिल सकता है. दिन के अलावा रात 8 बजे से ग्यारह बजे के बीच संचालित हो रही निजी चाय कैफे युवक-युवतियों से पट जाती है. इनमें अधिकांश बाहर से आकर शहर में पढ़ने वाली या बड़ी कंपनियों में कार्य करने वाली युवतियां है. एक सूचना के अनुसार धुम्रपान की आड़ में युवा नशीले पदार्थों को सेवन भी करते है, जिस पर अपनी तक शासन प्रशासन द्वारा संज्ञान नहीं लिया गया है.
इनका कहना है
यहां गंभीर बात है. इस पर शासन-प्रशासन को बड़े पैमाने पर जागरूकता मिशन चलाना चाहिए, अगर हम आज नहीं संभले तो इसके परिणाम हमें ही भुगतना पड़ सकते है. हम इस तरह से युवाओं का भविष्य नहीं देख सकते.
– प्रकाश कुवाल
प्रशासन को सबसे पहले उन जगहों को चिन्हित करना चहिए. जहां युवाओं की ज़्यादा भीड़ होती है. फिर उन पर नज़र रखकर संचालित दुकानों पर कारवाई करना चाहिए ताकि प्रशासन का खौफ हो, इस पर अंकुश लग सकें.
– सुरेंद्र सिंह चौधरी
देश स्तर पर युवतियों के घुम्रपान वर्जित करना चहिए. ऐसा नहीं करने पर जो पीढ़ी अभी छोटी है. उनके स्वभाव पर भी बुरा असर पड़ रहा है. एक पीढ़ी दुसरी पीढ़ी को गतल राह पर धकेल रही है.
– रवि मालवीय