तीन से पांच दिन पहले पैदा हुई थी बच्ची, डाक्टरों ने स्वस्थ बताया
भोपाल, 16 अक्टूबर. नजीराबाद स्थित ग्राम बमोरा के जंगल बुधवार सुबह एक नवजात बच्ची मिली. सूचना के बाद मौके पर पहुंची डायल 100 ने उसे तुरंत ही इलाज के लिए बैरसिया अस्पताल पहुंचाया. प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को कमला नेहरू अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है. डाक्टरों ने बच्ची को पूरी तरह से स्वस्थ बताया है. बच्ची की उम्र तीन से पांच दिन की हो सकती है. थाना प्रभारी कृष्णा सिंह ठाकुर ने बताया कि बुधवार सुबह करीब सवा ग्यारह बजे राज्य स्तरीय पुलिस कंट्रोल रूम डायल 100 को सूचना मिली कि ग्राम बमोरा थाना नजीराबाद स्थित जंगल में एक नवजात बच्ची पड़ी हुई है. सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम ने नजीराबाद की एफआरवी पर तैनात आरक्षक मनोज धाकड़ और पायलेट प्रशांत पंथी को तत्काल मौके पर रवाना किया. थाना प्रभारी और अन्य स्टाफ भी मौके पर पहुंचा तो नवजात बच्ची एक शॉल में लिपटी हुई रोती मिली. पुलिसकर्मियों ने तत्काल ही बच्ची को अपने संरक्षण में लिया और एम्बुलेंस की मदद से उसे इलाज के लिए बैरसिया अस्पताल लेकर पहुंचे. कमला नेहरू में चल रहा इलाज थाना प्रभारी ठाकुर ने बताया कि नवजात बच्ची का प्राथमिक उपचार करने के बाद डाक्टरों ने उसे हमीदिया अस्पताल परिसर स्थित कमला नेहरू अस्पताल के लिए रैफर कर दिया, जहां उसे भर्ती कराया गया है. फिलहाल बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ बताई गई है. बच्ची की नाभि में किसी अस्पताल का टैग नहीं होने के कारण अनुमान है कि उसका जन्म घर में हुआ होगा. अब पुलिस आसपास के गांवों में बच्ची के माता-पिता और उसे फेंकने वालों का पता लगा रही है.