मामला बसंत विहार कॉलोनी गनियारी का, रहवासियों ने ननि के अधिकारियों पर भी लगाया संविदाकार को संरक्षण देने का आरोप
सिंगरौली : वार्ड क्र.41 गनियारी स्थित बसंत विहार कॉलोनी में डीपीआर के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कराये गये भवन कार्यों को न कराये जाने का चन्द्रा वेलफेयर सोसायटी प्रधानमंत्री आवास गनियारी में आरोप लगाया है।चन्द्रा वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों का आरोप है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में डीपीआर के दौरान छत में वाटर प्रूफ प्लास्टर शामिल था। किन्तु ननि अधिकारियों के सांठ-गांठ के चलते डीबी संविदा कंपनी ने कार्य नहीं किया। कार्य के दौरान उसने ऐसा रहवासियों को उलझाया कि शुरूआत में ही सब बात मान गये थे। बाद में संविदाकार ने वाटर प्रूफ प्लास्टर क कार्य करने से हाथ खड़े कर दिया। बसंत विहार कॉलोनी के रहवासियों का यह भी आरोप है कि संविदाकार लोगों को कई महीने तक झांसे में रखा था और उसने छत पर प्लास्टर भी नहीं कराया।
जिसके कारण बारिश एवं पानी की टंकियां ओवर फ्लो होने से छतों पर भर जाता है और इसके बाद छतों के टपकने का सिलसिला शुरू होता है। यह समस्या आज से नहीं जब से यह आवासीय भवन तैयार हुआ है तब से है। कई बार इसकी लिखिक एवं मौखिक शिकायतें भी की गयी। लेकिन समस्या का निराकरण नहीं कराया जा सका। इतना ही नहीं पिछले वर्ष 27 सितम्बर को भारत सरकार के सचिव एवं जिले के प्रभारी श्यामसुंदर का आगमन भी सिंगरौली हुआ था और उन्होंने कलेक्टर के साथ में बसंत विहार आवासीय कॉलोनी का भी निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान कलेक्टर के नाम समस्याओं संबंधी आवेदन पत्र दिया गया था। जहां आश्वासन मिला था कि भवन में आने वाली समस्याओं का निराकरण कराया जायेगा। स्थिति जस की तस बनी हुई है।
हाल ही में परिसर में बाउन्ड्रीवाल सहित अन्य कार्यों के लिए नपानि ने इस्टीमेट बनाया। जिसमें छत का वाटर प्रूफ प्लास्टर भी शामिल था, किन्तु कार्यपालन यंत्री ने यह कहते हुए इस्टीमेट से वाटर प्रूफ छत का कार्य करने से मना कर दिये और कहा कि संविदाकार के डीपीआर में यह पूर्व से ही शामिल है। इसमें डीबी संविदाकार ही छत में वाटर प्रूफ का कार्य करायेगा। रहवासियों का आरोप है कि संविदाकार को ननि के अधिकारियों ने ही संरक्षण दिया था जिसके चलते आवासीय भवन की यह हालत निर्मित है। रहवासियों ने महापौर, अध्यक्ष एवं निगमायुक्त का ध्यान आकृष्ट कराया है।