भिंड: कीव में भिंड का अरमान खान मेडिकल की पढ़ाई के लिए गया था। वाे भी फंसा हुआ है। उसके परिजन गहरी चिंता में हैं। कीव में उसका हॉस्टल कीव से चार किलोमीटर दूर है। उसने परिजनों को बताया कि उसके हॉस्टल के सामने मिलिट्री कैंप एक किलोमीटर दूर है। इसलिए यह एरिया पूरी तरह असुरक्षित है। रूसी सेना ने अब तक पांच बार हमला बोला है। मिलिट्री की एक बिल्डिंग को निशाना बनाया है। पांच जवान शहीद हो चुके है। पॉवर प्लांट पर भी कब्जा कर लिया है। इन हमलों के धमाकों से हॉस्टल की दीवारें भी हिल रहीं है। वह भी असुरक्षित है।
अरमान के पिता भिखारी खान बेटे की वतन वापसी को लेकर भिंड जिला प्रशासन से गुहार लगा रहा है। अरमान अपने हॉस्टल में है और आसमान से गिरने वाले रूसी सेना के बमवारी को अपनी आंखों से देख रहा है। उसका कहना है कि जहां मैं रह रहा हूं यह कीव शहर से चार किलोमीटर दूर बुरोबारी एरिया है। यहां 20 भारतीय स्टूडेंट थे जिनमें 17 स्टूडेंट भारत वापसी को लेकर एम्बेसी या दूसरे बोर्ड की ओर पहुंचे हैं परंतु उन्हें कोई हेल्प नहीं मिल पा रही है। सभी फंसे हुए है।