जबलपुर: डीएलएड मूल्यांकन के नाम पर अध्यापन कार्य से मुक्त हुए शिक्षकों ने करीब दो माह से स्कूल आना बंद कर दिया। इससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती रही। शिक्षकों की गैरहाजिरी की न तो प्राचार्य को इसकी चिंता थी न ही शिक्षकों को। जिला शिक्षा अधिकारी जब स्कूल पहुंचे और शिक्षकों की जानकारी ली तो यह माजरा देखकर भड़क गए। उन्होंने सख्त लहजे से स्कूल प्राचार्य अनीता वर्मा को फटकार लगाई और तुरंत गायब चारों शिक्षकों को मूल्यांकन से रिलीव कर स्कूल आकर अध्यापन कार्य कराने के कड़े निर्देश दिए। यह मामला एकीकृत शासकीय उत्तर माध्यमिक विद्यालय सालीवाड़ा का है।
निरीक्षण में पता चला : बताया जाता है जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी स्कूल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। शिक्षकों की उपस्थिति की जानकारी ली गई तो बताया गया कि छह शिक्षक अवकाश पर हैं। दो शिक्षक प्रशिक्षण में एवं चार शिक्षक डीएलएड मूल्यांकन की कापी जांचने के लिए कार्यमुक्त कर दिए गए हैं। इस बात की जानकारी वरिष्ठ कार्यालय को भी प्राचार्य वर्मा ने नहीं दी।
चारों शिक्षक तीन सितंबर से स्कूल नहीं आ रहे हैं। इस बात पर जिला शिक्षा अधिकारी सोनी बेहद नाराज हुए। उन्होंने स्कूल प्राचार्य को तत्काल शिक्षकों को स्कूल बुलाकर अध्यापन कराने के निर्देश दिए ताकि छात्रों की पढ़ाई बाधित ना हो। पालन न करने पर संबंधितों पर भी कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्णय लिया। निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल प्रबंधन की बैठक ली और स्कूल में छात्रों की आधी उपस्थिति को लेकर नाराजगी दर्ज करते हुए उपस्थिति बढ़ाने के लिए सकारात्मक प्रयास करने के करने होगें।